abhiwrites

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लेखनी कहानी -31-Dec-2022

वो अपनी क़िस्मत आजमा रहे है।

मुझसे कह रहे,आप अपना बना रहे है।

मैंने इश्क़ की बादशाहत कब की खो दी।
देखो वो मुझे कैसे पागल बना रहे है।

एक तूने समझा होता अगर मुझे।
तो ये भी खामोश होते जो मुझे खामोश करा रहे है।

गुज़रे पल सुकूँ दे जाते है।
बस वो लम्हें सोच सोच मुस्कुराते जा रहे है।

उम्मीदों का सिलसिला जारी न रहा।
ज़िंदगी है,जीनी है, बस ये सोचकर जीते जा रहे है।

#Abhiwrites ❣

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6 Comments

बहुत ही सुंदर सृजन

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Varsha_Upadhyay

03-Jan-2023 08:34 PM

शानदार

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Haaya meer

01-Jan-2023 09:14 PM

👌👌

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